फिर पेश हुआ
बजट पहला
नोटबंदी के बाद
बजट पहला
नोटबंदी के बाद
चर्चा है चारो और
खबर है मानो
टी.वि की
ये बजट है
आम आदमी का
करे काम
झटपट
क्यों नष्ट
करे समय
खबर है मानो
टी.वि की
ये बजट है
आम आदमी का
करे काम
झटपट
क्यों नष्ट
करे समय
फिर
पेश हुआ
देश का बजट
देश का बजट
विषय
है चर्चा का
पक्ष और विपक्ष का
बच्चे बूढ़े नोजवान का
डिजिटल के प्रचार का
गाँवों के विकास का
बढ़ती मेंहगाई का
आमदनी बढ़ाने का
खर्च में कटौती का
गरीबों के हित का
किसान की भलाई का
शिक्षा के प्रसार का
रक्षा के खर्च का
पक्ष और विपक्ष का
बच्चे बूढ़े नोजवान का
डिजिटल के प्रचार का
गाँवों के विकास का
बढ़ती मेंहगाई का
आमदनी बढ़ाने का
खर्च में कटौती का
गरीबों के हित का
किसान की भलाई का
शिक्षा के प्रसार का
रक्षा के खर्च का
फिर
पेश हुआ
देश का बजट
देश का बजट
कुछ
फयदा है तो
कुछ नुकसान है
थोड़ा खुश है तो
थोड़ा नाराज है
थोड़ा सुकून है तो
थोड़ा उलझन है
आम आदमी का
फिर भी बढ़ेगा
कष्ट
कुछ नुकसान है
थोड़ा खुश है तो
थोड़ा नाराज है
थोड़ा सुकून है तो
थोड़ा उलझन है
आम आदमी का
फिर भी बढ़ेगा
कष्ट
फिर
पेश हुआ
देश का बजट
देश का बजट
दौलतमंद
हुआ
पूँजीपति
हुआ बेचैन
मिडिल क्लास
बढ़ता अम्बार
गरीबी का
लेख-जोखा है
लाखो-करोड़ो का
कुछ को मिला मौका
कुछ को मिला
फिर से धोखा
खूब फलता है
फूलता है।
फिर भी आतंक
लगता है अजीब
किन्तु यही सच है
कुछ भी हो सुखी है
भ्रष्ट व्यक्ति
पूँजीपति
हुआ बेचैन
मिडिल क्लास
बढ़ता अम्बार
गरीबी का
लेख-जोखा है
लाखो-करोड़ो का
कुछ को मिला मौका
कुछ को मिला
फिर से धोखा
खूब फलता है
फूलता है।
फिर भी आतंक
लगता है अजीब
किन्तु यही सच है
कुछ भी हो सुखी है
भ्रष्ट व्यक्ति
फिर
पेश हुआ
देश का बजट
देश का बजट
क्योंकि
–
गहरा रिश्ता है
बजट का धन से
ये तो चाल है
वित्तमंत्री की
बजट जोड़,
गुणा, घटाव की
पहुँचता है पूरा गिलास
पानी की बूंद बनकर
जनता तक
जो भी हो
सुखी रहेंगे
गहरा रिश्ता है
बजट का धन से
ये तो चाल है
वित्तमंत्री की
बजट जोड़,
गुणा, घटाव की
पहुँचता है पूरा गिलास
पानी की बूंद बनकर
जनता तक
जो भी हो
सुखी रहेंगे
फिर
पेश हुआ बजट….!